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नवंबर, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

मैं सोचता रहा आखिर आपके इरादे क्या है

मैं सोचता रहा आखिर आपके इरादे क्या है आपके के मीठे सवालों से एक अजब सा एहसास होता रहा रहना है हर वक्त आपके करीब इतना आपका प्यार मुझको नसीब हो जाए

कभी तुमसे गुस्सा हुआ तो सोचा कि भूल जाऊंगा

कभी तुमसे गुस्सा हुआ तो सोचा कि भूल जाऊंगा कुछ वक्त बाद फिर तेरी याद आने लगी ऐसा लगने लगा मैं अधूरा सा हूं किसी से सच्ची मोहब्बत हो जाए तो उसको भूल पाना आसान नहीं होता