मैं बहक जाता हूं तुम्हारी बातों के कुछ अनकहे सवालों में कब तक यूं ही घुमाती रहोगी मन से मन का मिलन हो जाने दो अब तुम्हारे बिना कुछ भी अच्छा लगता नहीं है अपने दीदार में उम्र भर के लिए खो जाने दो हर रास्ता छोड़ देंगे जो तुम्हें ना पसंद है काम ऐसा करेंगे दूर हो जाएगी नाराजगी रिश्ता कुछ इस तरह जोड़ना चाहता हूं जिंदगी में खुशियां ही खुशियां हो अब तुमसे दूर रहकर जीना नहीं चाहता हूं रात भर यादों में खोकर तुमसे ही बातें करता रहा हूं खुद से ही तर्क जवाब ढूंढने की कोशिश करता रहा हूं कई बार दिल का हाल बयां करने की कोशिश किया तुम नाराज ना हो जाओ मेरे इरादों को जानकर सिर्फ इसीलिए आज तक मोहब्बत का इजहार करने से खुद को रोकता रहा हूं इशारों इशारों में दिल का करार लूटा है मैं अपनी ख्वाहिशों का इजहार चाहता हूं लगाव इस तरह हो गया है अब हर हाल में प्यार चाहता हूं मुस्कुराकर आंखों से प्यार जताने की कोशिश कर रही है अपनी मीठी मीठी बातों से मेरा दिल चुराने की कोशिश कर रही है साफ दिखता है उसकी बेचैनियां वह जिस तरह से मुझसे मोहब्बत कर रही है