सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अक्तूबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

बेवफा शायरी

विश्वास कुछ इस तरह हो गया कभी सोचा न था अपने वादों से मुकर जाएगी मैं अच्छी जिंदगी का ख्वाब सजाता रह जाऊंगा और वह बेवफा होकर निकल जाएगी

मैं बहक जाता हूं-Hindi shayari sangrah

मैं बहक जाता हूं तुम्हारी बातों के कुछ अनकहे सवालों में कब तक यूं ही घुमाती रहोगी मन से मन का मिलन हो जाने दो अब तुम्हारे बिना कुछ भी अच्छा लगता नहीं है अपने दीदार में उम्र भर के लिए खो जाने दो हर रास्ता छोड़ देंगे जो तुम्हें ना पसंद है काम ऐसा करेंगे दूर हो जाएगी नाराजगी रिश्ता कुछ इस तरह जोड़ना चाहता हूं जिंदगी में खुशियां ही खुशियां हो अब तुमसे दूर रहकर जीना नहीं चाहता हूं रात भर यादों में खोकर तुमसे ही बातें करता रहा हूं खुद से ही तर्क जवाब ढूंढने की कोशिश करता रहा हूं कई बार दिल का हाल बयां करने की कोशिश किया तुम नाराज ना हो जाओ मेरे इरादों को जानकर सिर्फ इसीलिए आज तक मोहब्बत का इजहार करने से खुद को रोकता रहा हूं इशारों इशारों में दिल का करार लूटा है मैं अपनी ख्वाहिशों का इजहार चाहता हूं लगाव इस तरह हो गया है अब हर हाल में प्यार चाहता हूं मुस्कुराकर आंखों से प्यार जताने की कोशिश कर रही है अपनी मीठी मीठी बातों से मेरा दिल चुराने की कोशिश कर रही है साफ दिखता है उसकी बेचैनियां वह जिस तरह से मुझसे मोहब्बत कर रही है

जिंदगी का हर ख्वाब पूरा हो जाएगा-Hindi shayari, shayari sangrah

जिंदगी का हर ख्वाब पूरा हो जाएगा जो अपने हुनर आत्मबल का सही उपयोग करना सीख जाओगे कठोर संघर्षों से तरक्की मिलेगी हर तरफ खुशियां ही खुशियां होगी कुछ इस तरह से मुकद्दर बदल जाएगी

हिंदी शायरी | शायरी संग्रह | लव शायरी

Hindi shayari | shayari Sangrah | Love shayari shayari shayari shayari shayari

हिंदी शायरी | शायरी संग्रह | मनोज कुमार

Hindi shayari | shayari Sangrah | manoj kumar